तुमसे बिछड़ के, इतना तो जरूर लगता है |
कि सारा जहाँ बेनूर लगता है ||
कल रात ख्वाब में देखा था, शायद तुझको |
हल्का हल्का अभी तक सुरूर लगता है ||
बड़ी बेतरतीब थी जिंदगी, तेरे आने से पहले |
जीने का आया अब, सऊर लगता है ||
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, मगर |
तू मुझे जन्नत क़ी हूर लगता है ||
कि सारा जहाँ बेनूर लगता है ||
कल रात ख्वाब में देखा था, शायद तुझको |
हल्का हल्का अभी तक सुरूर लगता है ||
बड़ी बेतरतीब थी जिंदगी, तेरे आने से पहले |
जीने का आया अब, सऊर लगता है ||
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, मगर |
तू मुझे जन्नत क़ी हूर लगता है ||